हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग को दिसंबर के अंत तक मिलेंगे 8 नए वैली ब्रिज

हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) को दिसम्बर माह के अंत तक 8 नए वैली ब्रिज मिल जाएंगे। इन ब्रिजों को लोक निर्माण विभाग के धर्मशाला, शिमला व रामपुर मंडल में रखा जाएगा, जहां से आपदा के समय आवश्यकता के अनुसार इन्हें संबंधित क्षेत्र को भेजा जाएगा। इन पुलों को करीब 10 करोड़ रुपए से खरीदा गया है।

 

राज्य में बरसात के दिनों में भारी बारिश व भूस्खलन से भारी नुक्सान होता है। इसमें सड़कों के गिरने व पुलों के टूटने से लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक नुक्सान होता है। कई बार तो सड़कें इस कदर टूट जाती हैं कि वहां पर तत्काल यातायात बहाली के लिए वैली ब्रिज की आवश्यकता पड़ती है।

हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग
Valley Bridge

हिमाचल में 200 वैली ब्रिज

हिमाचल प्रदेश में कुल 2500 पुल हैं। इसमें से 200 वैली ब्रिज हैं। इन वैली ब्रिजों की क्षमता 9 टन की है। इससे अधिक भार के ट्रकों के गुजरने पर ये पुल टूट सकते हैं। ऐसे में इन पुलों पर से क्षमता से अधिक भारी ट्रालों को ले जाने से बचना चाहिए।

करीब 2.4 करोड़ का बनता है एक वैली ब्रिज

जानकारी के अनुसार एक 180 फुट लंबे टीडीआर वैली ब्रिज की कीमत करीब 2.4 करोड़ रुपए है। वैली ब्रिज को पहले से ही बनाकर तैयार रखा जाता है ताकि किसी पुल के गिरने पर इन्हें तत्काल वहां पर भेजकर लगाया जा सके।

जन आक्रोश रैली के लिए हिमाचल भाजपा ने बनाई रणनीति

राज्य में सबसे अधिक नुक्सान तो गत वर्ष हुआ था। गत वर्ष राज्य में बाढ़ व भूस्खलन के कारण 19 पुल पूरी तरह से बह गए थे जबकि 94 पुलों को नुक्सान पहुंचा था। इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने राज्य में वैली ब्रिजों का एक बैंक तैयार करने का निर्णय लिया है यानि विभाग पहले से ही अपने पास पुल रखेगा तथा जब कहीं आवश्यकता होगी तो तत्काल वहां पर वैली ब्रिज लगाकर लोगों को राहत देगा। इसी कारण विभाग ने इस बार 8 नए वैली ब्रिजों की खरीद की है। ये पुल कोलकाता से बनकर आते हैं तथा ऑर्डर देने के बाद इन्हें तैयार करने व इनके हिमाचल पहुंचने में 2 से 3 माह का समय लग जाता है।

Himachal’s first hi-tech heliport will be built in Palampur