हिमाचल प्रदेश में वाहन मालिकों को अपनी गाड़ी की पासिंग करवाने के लिए एमवीआई से डेट लेने का इंतजार नहीं करना होगा। इस काम में कई बार फर्जीवाड़ा भी देखने को मिला है, मगर भविष्य में ऐसा नहीं होगा। वाहन मालिकों की सुविधा के लिए सरकार प्रदेश में छह वाहन टेस्टिंग सेंटर खोलने जा रही है, जिसमें दो सरकारी क्षेत्र में और चार निजी क्षेत्र में होंगे। इनमें वाहनों की पासिंग का काम पूरे महीने चलेगा और ऑनलाइन इसकी रिपोर्ट की जाएगी। यहां मौके पर ही पासिंग के लिए परमिशन मिल जाएगी।
यह ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर होंगे, जिनमें मशीनों द्वारा वाहन की स्थिति के बारे में बता दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार सोलन और हमीरपुर में सरकारी क्षेत्र में इन ऑटोमैटिक टेस्टिंग सेंटरों को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके बाद बिलासपुर, मंडी, कांगड़ा व नालागढ़ में भी निजी क्षेत्र में यह सेंटर खोले जाएंगे, जिनकी मंजूरी दे दी गई है।
परिवहन विभाग ने निजी कंपनियों से और आवेदन मांगे हैं। भविष्य में वाहनों की पासिंग इन्हीं केंद्रों में की जाएगी, क्योंकि इसके अलावा मैनुअल जो काम अभी चलता है, वह पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। अभी तक यदि वाहनों की पासिंग करवानी हो, तो एमवीआई से मिलने वाली तारीख का इंतजार करना पड़ता है, मगर अब इन सेंटरों में पहुंचकर महीने में किसी भी दिन पासिंग करवाई जा सकती है। वह भी ऑटोमेटिक होगी और उसमें किसी भी तरह की चूक नहीं होगी। एक बार वाहन पास होगा, तो ठीक, वरना उसे एक मौका और दिया जाएगा, जिसके बाद फिर वाहन को स्क्रैप में ही डाला जाएगा।
हालांकि अपील का मौका भी दिया जा सकता है। वाहन स्क्रैपिंग के लिए यदि जाता है, तो उसमें भी फायदा है, क्योंकि इसमें भी नए वाहन की रजिस्ट्रेशन में वाहन मालिक को छूट प्रदान की जाएगी। बताया जाता है कि सरकारी क्षेत्र के दोनों सेंटर जोकि सोलन व हमीरपुर में बन रहे हैं, उनका जल्दी ही उद्घाटन किया जाएगा। सोलन के सेंटर का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री करेंगे, तो वहीं हमीरपुर के नादौन में बन रहे सेंटर का उद्घाटन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे।
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