केंद्र सरकार की ओर से वात्सल्य योजना में बड़ा बदलाव किया गया है। अब अनाथ बच्चों के साथ-साथ विधवाओं, परित्यकता, तलाकशुदा व सात वर्षों से पति के लापता होने की स्थिति वाले परिवारों के बच्चों को भी योजना में शामिल किया गया है। केंद्रीय वात्सल्य योजना के तहत उक्त में से पात्र परिवारों के सभी बच्चों को प्रतिमाह चार हज़ार रुपए प्रदान किए जाएंगे। इसमें जीरो से 18 आयु के सभी बच्चों को शामिल किया गया है।
योजना में बड़ा संशोधन होने के बाद देश भर सहित हिमाचल प्रदेश से भी आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसके चलते अब प्रदेश के पात्र बच्चों के नाम को केंद्रीय पोर्टल में अपलोड किया जा रहा है। जल्द ही केंद्र की होने वाली अहम बैठक में बजट आबंटित कर दिया जाएगा। इससे प्रदेश के हज़ारों अनाथ बच्चों के साथ विधवाओं, परित्यकता व तलाकशुदा महिलाओं के बच्चों को जीवन-यापन करने को बड़ी सुविधा मिल पाएगी।
इससे पहले तक वात्सल्य योजना में मात्र पूरी तरह से अनाथ बच्चों को ही शामिल किया जाता था, जिसमें शुरूआती दौर में 2500 रुपए प्रदान किए जाते थे, जिसे बढ़ाकर चार हज़ार रुपए प्रतिमाह कर दिया गया था। केंद्र सरकार की ओर से अनाथ बच्चों को सहारा प्रदान करने के लिए वात्सल्य योजना में महत्त्वपूर्ण बदलाव किया गया है, जिसकी नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई है। अब मिशन वात्सल्य में अनाथ बच्चों के साथ-साथ अन्य विभिन्न कैटगिरियों को भी शामिल करके उन्हें प्रतिमाह चार हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। कांगड़ा में इस वक्त में संशोधित योजना के तहत छह हज़ार से अधिक बच्चों के नामों को पोर्टल में अपलोड किया गया है।
वात्सल्य योजना में केंद्र सरकार की ओर से महत्त्वपूर्ण बदलाव
महिला एवं बाल विकास विभाग कांगड़ा के जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि वात्सल्य योजना में केंद्र सरकार की ओर से महत्त्वपूर्ण बदलाव किया गया है। इसकी नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है, इसके तहत बच्चों को सुविधा प्रदान किए जाने के लिए विभाग की ओर से काम किया जा रहा है। पात्र बच्चों की सूची केंद्रीय पोर्टल में अपलोड की जा रही है। केंद्र की ओर से अब बजट जारी होने पर प्रतिमाह बच्चों को चार हज़ार रुपए मिल पाएंगे।
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