बेजा रियासत की स्थापना दिल्ली के तँवर राजा ढोलचंद ने की जबकि दूसरी जनश्रुति के अनुसार बेजा रियासत की स्थापना ढोलचंद के 43वें वंशज गर्वचंद ने की। बेजा रियासत बिलासपुर (कहलूर) के अधीन थे। 1790 ई. में हण्डूर द्वारा कहलूर को हराने के बाद बेजा रियासत स्वतंत्र हो गई।
गोरखा आक्रमण-
गोरखा आक्रमण के समय मानचंद बेजा रियासत के मुखिया थे। 1815 ई. में बेजा से गोरखा नियंत्रण हटने के बाद ठाकुर मानचंद को शासन सौंपा गया। उन्हें अंग्रेजों ने “ठाकुर” का खिताब दिया।
लक्ष्मीचंद बेजा रियासत के अंतिम शासक थे। बेजा को सोलन तहसील में 15 अप्रैल, 1948 ई. को मिला दिया गया।