मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्कूलों के पाठ्यक्रम में संवैधानिक मूल्यों से सम्बन्धित सामग्री का समावेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ कर्त्तव्यों और दायित्वों के बारे में उन्हें शिक्षित करने को विशेष अधिमान दे रही है।
गेस्ट टीचर नीति पर बोले सीएम
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने गेस्ट टीचर नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि इस नीति से पठन-पाठन की प्रक्रिया में निरन्तरता बनाए रखने में मदद मिलेगी। शैक्षणिक संस्थान के नियमित अध्यापक के छुट्टी पर जाने की स्थिति में योग्य अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए महाविद्यालयों में भी युक्तिकरण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। महाविद्यालयों में नये विषयों के समावेश के साथ-साथ उनका युक्तिकरण भी किया जा रहा है। बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा आशीष कोहली, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
6-6 स्कूलों को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 6-6 स्कूलों को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। इनमें पर्याप्त स्टाफ, पुस्तकालय, प्रयोगशाला और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने अधिकारियों को इन स्कूलों को स्थापित करने के लिए सभी औपचारिकताएं समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इनके प्रशासनिक नियंत्रण के लिए भी मापदण्ड तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि इन सभी स्कूलों के माध्यम से एक सशक्त आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा।
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