श्रावण मास के पहले दिन, वर्षा ऋतु का त्योहार हरियाली मनाया जाता है। इसे लाहौल में शैगतरेम जुब्बल एवं किन्नौर में दशनैन, काँगड़ा में हरियाली और ऊपरी शिमला में रहयाली कहा जाता है।
लाहौल में इस दिन सत्तू और घी के टोटू बनाकर उन्हें गेफान (गुरु घण्टाल) को अर्पित किया जाता है।
किसान लोग इस दिन पशुओं से जुएँ, कीड़े और चीचड़ निकालकर उसे गोबर के उपलों में दबाकर गाँव के बाहर सूखी झाड़ियों में रखकर जला देते हैं।
हिमाचल प्रदेश मे चेरवाल का त्योहार
Cherwal Badranjo Patrodu festival in Himachal Pradesh