(vi) औरंगजेब और महाड़ी राज्य-
• चम्बा (चतर सिंह)- 1678 में औरंगजेब ने चम्बा रियासत के सभी मंदिरों को गिराने की आज्ञा दी। चतर सिंह ने उसके उत्तर में राज्य के सभी मंदिरों पर एक सुनहरी बुर्जी सजाने की आज्ञा दी। उसने गुलेर, जम्मू और बसौली के राजाओं के साथ मिलकर एक संघ बनाया तथा पंजाब के मुगल वायसराय मिर्जा रियाज बेग को हराकर अपने खोए प्रदेश वापिस लिए।
• बुशहर (केहरी सिंह) औरंगजेब ने बुशहर के राजा केहरी सिंह को छत्रपति का खिताब प्रदान किया था।
• सिरमौर (सुभग प्रकाश/बुद्ध प्रकाश/मेदनी प्रकाश) सिरमौर रियासत पर मुगलों की संप्रभुता थी। इसके शासकों के मुगलों से मैत्रीपूर्ण संबंध थे। औरंगजेब ने सुभग प्रकाश (1647-1659) को जगत सिंह के पुत्र राजरूप की सहायता (गढ़वाल पर आक्रमण करने के समय) करने के लिए कहा। सिरमौर के राजाओं को मुगलों की सेवा के बदले बहुत-सी जागीरे प्राप्त हुई। सुभग प्रकाश की 1659 ई. में मृत्यु के बाद बुद्ध प्रकाश तथा उसके बाद 1678 ई. में मेदनी प्रकाश को सिरमौर का राजा मानकर खिल्लत प्रदान की गई। सिरमौर रियासत को गढ़वाल के विरुद्ध मुगलों का संरक्षण प्राप्त था।