(7) विशेष योग्यता वाले बच्चों को शिक्षा- (हिमाचल प्रदेश)
प्रदेश में मूक बधिर व दृष्टिहीन बच्चों को शिक्षा व व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु दो संस्थान ढली व सुन्दरनगर में स्थापित हैं। सुन्दरनगर में 14 दृष्टिबाधित तथा 98 श्रवणदोष की लड़कियाँ दाखिल हैं। इसके अतिरिक्त 8 दृष्टिबाधित और 3 श्रवणदोष को छात्राएँ सुन्दरनगर व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण ले रही हैं, जिनका रहन-सहन शिक्षा व चिकित्सा का खर्चा सरकार वहन कर रही है। इस संस्थान के लिए 58.52 लाख र के बजट में से 31.12.2017 तक 41.25 लाख र व्यय हुए है। इसके अतिरिक्त 75.06 लाख १ की राशि रखरखाव हेतु आई.सी.एस.ए. सुन्दरनगर के लिए डी.डब्लयु.ओ. मण्डी को आई.सी.पी.एस. के अन्तर्गत् जारी की गई है।
हि.प्र. बाल कल्याण परिषद् द्वारा चलाए जा रहे ढली (शिमला) तथा दाड़ी (काँगड़ा) विद्यालयों के लिए 80.00 लाख के बजट के विरुद्ध 47.35 लाख १ जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त विभोग, प्रेम आश्रम ऊना, आस्था वैलफेयर सोसाईटी नाहन, पैराडाइज चिर्ल्डन केयर सेन्टर चुवाड़ी, आदर्श ऐजुकेशन सोसाईटी कलाथ, कुल्लू, उड़ान रिसपाईट केयर सेन्टर न्यू शिमला में 50 मानसिक रूप से अविकसित बच्चों, 20 मानसिक रूप से अविकसत व्यस्क पुरुषों, 30 व्यस्क मानसिक रूप से अविकसित पुरुष तथा महिलाओं (10 महिला एवं 20 पुरुष), 60 मानसिक रूप से अविकसित वयस्क महिलाओं और 15 मानसिक रूप से अविकसित बच्चों की पढ़ाई, फीस व निःशुल्क रहन-सहन, भोजन एवं चिकित्सा हेतु 4,500 १ प्रति आवासों की दर से वहन कर रही है। इस वर्ष 125.00 लाख ₹ का बजट प्रावधान था तथा 31.12.2017 तक 33.66 लाख र की राशि व्यय को जा चुकी है।