भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग पेपरलीक मामले में पोस्ट कोड 928 स्टेनोग्राफर में एफआईआर दर्ज की गई है। विजिलेंस लंबे समय से इस पोस्ट कोड की जांच कर रही था। जांच में ओएमआर शीट और टाइपिंग टेस्ट में गड़बड़ी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज हुई है। एफआईआर में कर्मचारी चयन आयोग के कर्मचारियों और परीक्षा के अभ्यर्थियों सहित कुल 10 लोगों को नामजद किया गया है। हालांकि अभी तक इस एफआईआर में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वर्ष 2022 में भंग हो चुके कर्मचारी चयन आयोग के समय में नौ दिसंबर 2022 को पोस्ड कोड 928 स्टेनोग्राफर के 66 पदों के लिए ली टाइपिंग परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया था। इसमें 505 अभ्यर्थियों में से 107 अभ्यर्थी ही टाइपिंग परीक्षा पास कर पाए।
वहीं परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों की दस्तावेज जांच की प्रक्रिया छह जनवरी 2023 तय हुई थी लेकिन दस्तावेजों के मूल्याकंन से पूर्व ही जेओए आईटी का पर्चा लीक होने का खुलासा हो गया है। इसके बाद से लंबी जांच चली और एक के बाद एक कई पोस्ट कोड में पेपरलीक और ओएमआर शीट पर गड़बड़ी पाए जाने पर कई एफआईआर दर्ज हुई। अब इस मामले में एक और एफआईआर दर्ज हुई है।
एफआईआर में स्वेता राणा, नीतीश, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र शर्मा, युद्धवीर सिंह, उमा आजाद, गोपाल दास, रमेश कुमार, किशोरी लाल और मदन को नामजद किया गया है। एसपी विजिलेंस मंडी कुलभूषण वर्मा ने कहा कि पोस्ड कोड 928 में एफआईआर दर्ज हुई है। मामले में आगामी छानबीन की जा रही है।