दिल्ली सरकार ने हाल ही में ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान’ योजना शुरू की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र के गुरुद्वारा पुजारियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 30 दिसंबर को इसकी घोषणा की थी, जिसके तहत पंजीकरण प्रक्रिया 31 दिसंबर से शुरू होगी।
योजना का अवलोकन
‘पुजारी ग्रंथी सम्मान’ योजना के तहत हर महीने 18,000 रुपये का अनुदान दिया जाता है। यह वित्तीय सहायता दिल्ली के हर मंदिर और गुरुद्वारा पुजारी को दी जाती है। इस पहल का उद्देश्य अपने समुदायों की सेवा करने वाले धार्मिक नेताओं के लिए आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना है।
व्यापक निहितार्थ
इस पहल का उद्देश्य धार्मिक हस्तियों को मान्यता और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। यह मंदिर और गुरुद्वारा पुजारियों की जरूरतों के बारे में बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है। यह योजना आने वाले चुनावों में मतदाताओं की भावनाओं को भी प्रभावित कर सकती है।
विवाद
इस योजना को अभी तक दिल्ली कैबिनेट ने मंजूरी नहीं दी है। आलोचकों ने AAP पर वर्षों से अधूरे वादे करने और लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया है। पुजारियों के एक समूह ने भी विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें स्पष्टीकरण की मांग की गई है कि “सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कोई वित्तीय सहायता क्यों नहीं दी”।
हाल ही में घोषित अन्य योजनाएँ
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना:
इसका उद्देश्य दिल्ली में 18 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिला निवासियों को प्रति माह ₹1,000 प्रदान करना है।
संजीवनी योजना: दिल्ली के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए निःशुल्क उपचार प्रदान करना है। हालांकि, दिल्ली के महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने दोनों योजनाओं से खुद को अलग करते हुए सार्वजनिक नोटिस जारी किए। उन्होंने लोगों को कोई भी फॉर्म भरने के खिलाफ चेतावनी दी, जिसमें कहा गया कि ऐसी कोई योजना मौजूद नहीं है और ऐसे वादों पर ध्यान न देने की सलाह दी। AAP ने पहले इन प्रस्तावित योजनाओं के लिए व्यक्तिगत विवरण एकत्र करने के लिए अभियान शुरू किए थे।
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