हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को लोकसभा की तर्ज पर शून्यकाल शुरू हुआ। दो दिन तक स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा से गतिरोध बनने के चलते शून्यकाल शुरू नहीं हो पाया था। शून्यकाल शुरू करने का यह प्रयोग यूं तो मानसून सत्र में हो चुका था, लेकिन स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर एसओपी) नहीं बनने पर उस समय इसे शीत सत्र के लिए टाला गया था। अब इसे एसओपी के साथ शुक्रवार को शुरू किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शून्यकाल की घोषणा की। जनकराज ने भेड़पालकों की समस्याओं को उठाते हुए पहले प्रश्न की शुरुआत की। इसके बाद केवल सिंह पठानिया और सुखराम चौधरी ने भी उठाए अपने क्षेत्रों से संबंधित विषय उठाए। शून्यकाल 12:00 से 12:30 बजे तक चला।